किताबें भी बोलती हैं। दिल की आवाज़ किताबें ही समझती हैं। किताबें भी बोलती हैं। दिल की आवाज़ किताबें ही समझती हैं।
ये ज़िंदगी का ईनाम है दिल का यही पैग़ाम है। ये ज़िंदगी का ईनाम है दिल का यही पैग़ाम है।
शायद मिल पाएं, कहीं और किसी जहां में फिर से तो उन इशारों को लफ़्ज़ों की जुबां दे दो। शायद मिल पाएं, कहीं और किसी जहां में फिर से तो उन इशारों को लफ़्ज़ों की जुबां...
बंटी भागते हुए गाड़ी निकालने लगा, "वाहे गुरू! दादू जी, चलिए..."। बंटी भागते हुए गाड़ी निकालने लगा, "वाहे गुरू! दादू जी, चलिए..."।
मैं वहीं खड़ा इंतजार करता रहा, सोनिया की एक झलक पाने को। मैं वहीं खड़ा इंतजार करता रहा, सोनिया की एक झलक पाने को।
पूनम की रात, नीले आकाश पर चॉंदनी का चंदोवा तना है. पूनम की रात, नीले आकाश पर चॉंदनी का चंदोवा तना है.